नई दिल्ली (21 जनवरी): दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लंबे इंतजार के बाद नई दिल्ली सीट से अपना पर्चा दाखिल कर दिया। उन्होंने दिल्ली के जामनगर हाउस में पर्चा भरा, आम आदमी पार्टी के संयोजक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नामांकन दाखिल करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि वे अपना नामांकन दाखिल करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि पर्चा दाखिल करने का इंतजार कर रहा हूं, मेरा टोकन नंबर 45 है। यहां पर्चा भरने के लिए कई लोग लाइन में लगे हैं, मुझे बहुत खुशी है कि लोकतंत्र के इस पर्व में कई लोग शिरकत कर रहे हैं।
भारी संख्या में नामांकन दाखिल होने के कारण अरविंद केजरीवाल को इंतजार करना पड़ा। इसकी वजह 30 से ज़्यादा वे डीटीसी कर्मचारी हैं जिन्हें साल 2018 में धरना देने के दौरान नौकरी से निकाल दिया गया था। डीटीसी के करीब 250 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को 2018 में धरने के दौरान निकल दिया गया था, इनमें से 30 ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया. वे मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। गौरतलब है कि दिल्ली चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई है। दिल्ली में सत्ता बरकरार रखने के लिए खुद पार्टी के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पूरे दमखम के साथ मैदान में डटे नजर आ रहे हैं।
वहीं आम आदमी पार्टी के मुकाबले विपक्ष सुस्त नजर आ रहा है। यहां तक कि जिस हाईप्रोफाइल सीट नई दिल्ली से खुद सीएम केजरीवाल मैदान में हैं। वहां से बीजेपी और कांग्रेस ने नामांकन खत्म होने की आखिरी तारीख से ठीक एक दिन पहले अपने उम्मीदवार का ऐलान किया। नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ जहां बड़े और दमदार उम्मीदवार की दरकार थी। वहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने किसी बड़े चेहरे पर दांव लगाना मुनासिब नहीं समझा। जिसको लेकर ये सवाल उठ रहे हैं कि दोनों ही पार्टियों ने केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उम्मीदवार उतारे हैं या सिर्फ चुनाव लड़ने की खानापूर्ति की है। नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने सुनील यादव तो कांग्रेस ने रोमेश सभरवाल को टिकट दिया है।